नमस्कार दोस्तों आपका AnekRoop में स्वागत है। आज हम सीखेंगे कि Hindi में पत्र कैसे लिखे। हिंदी में पत्र लिखने का क्या तरीका है। हिंदी में कितने तरीकों से पत्र लिखा जाता है। हिंदी में पत्र लिखने के क्या नियम है ,और भी कई महत्वपूर्ण जानकारी हिंदी में पत्र लिखने के लिए।
हिंदी में पत्र कैसे लिखे।
यदि आप हिंदी में पत्र लिखना चाहते है तो आप इस post में जरूर अंत तक पढ़े , हम इस post में पत्र लिखने के तरीकों के साथ -साथ कुछ उदाहरण भी देंगे। जिससे की आपको समझने में अधिक मदद मिल सके।
मुख्य 2 तरह के पत्र होते है।
1. सामाजिक पत्र ( Personal Letter ) - सम्बन्धियों के पत्र , बधाई पत्र , शोख पत्र , इत्यादि।
2. अनौपचारिक पत्र ( Unofficial )- शाखा प्रबंधक को पत्र , प्रधानाचार्य को पत्र। इत्यादि।
पत्र लेखन (Letter Writing) के नियम।
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hindi me patra likhe |
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जैसे -
धनबाद ,बैंक मोर
24 मार्च 2018
2. अभिवादन ( Greeting ) को , पता के थोड़ा नीचे पत्र की बाई ओर लिखते है। उसके प्रति सम्बन्ध के अनुसार ही समुचित अभिवादन या सम्बोधन के शब्द लिखने चाहिए। यह पत्र लिखने और पत्र प्राप्त करने वाले के सम्बन्ध पर निर्भर होता है। English में प्रायः छोटे -बड़े सबके लिए ' My dear ' का प्रयोग होता है , लेकिन हिंदी में ऐसा नहीं है।
यह अपने -अपने देश के शिष्टाचार और संस्कृति के अनुसार चलता है। पिता को पत्र लिखते समय हम पूज्य पिताजी और शिक्षक को आदरणीय जैसे शब्दों से व्यवहार करते हैं।
इसकी पूरी जानकारी आपको नीचे मिल जाएगी।
3. पत्र का मुख्य भाग ( body of the letter ) को greeting के थोड़ा नीचे कुछ दाहिने हटकर शुरू करते हैं। हम जो कुछ कहना चाहते हैं - साफ़ -साफ़ और सीधी भाषा में कहते हैं। पत्र में काफी विनम्र होना चाहिए तथा आवश्यकतानुसार शब्दों का प्रयोग करना चाहिए। एक पत्र में सौजन्य , सहृदयता और शिष्टाचार का होना आवश्यक है। तभी पत्रों का प्रभाव ह्रदय पर पड़ता है।
4. पत्र का अंत ( end of the letter ) : इसे पत्र के अंत में बाई ओर लिखा जाता है। इसके साथ हमने सम्बन्ध और सम्बोधन भी जोड़े हैं , जिससे की आपको अधिक मदद मिलेगी।
सम्बन्ध सम्बोधन (सुरुवात में ) अभिवादन (सुरुवात में ) अभिनिवेदन (अंत में )
- पिता - पुत्र को प्रिय अनिल शुभाशीर्वाद तुम्हारा शुभाकांक्षी
- पुत्र - पिता को पूज्य पिताजी सादर प्रणाम आपका स्नेहकांक्षी
- माता - पुत्र को प्रिय पुत्र शुभाशीष तुम्हारी शुभाकांक्षिणी
- पुत्र - माता को पूजनीया माताजी सादर प्रणाम आपका स्नेहकांक्षी
- मित्र - मित्र को प्रिय मित्र नमस्ते तुम्हारा
- गुरु - शिष्य को प्रिय कुमार , चि ० कुमार शुभाशीर्वाद तुम्हारा शुभचिंतक
- शिष्य - गुरु को आदरणीय गुरुदेव सादर प्रणाम आपका शिष्य
- दो अपरिचित व्यक्ति प्रिय महोदय सप्रेम नमस्कार भवदीय
- अग्रज(बड़ा भाई )-अनुज - प्रिय अनिल शुभाशीर्वाद तुम्हारा शुभाकांक्षी
- अनुज(छोटा भाई )-अग्रज- पूज्य भैया ,भ्राता जी प्रणाम आपका स्नेहकांक्षी
- स्त्री -पुरुष को(अनजान ) प्रिय महाशय " भवदीया
- पुरुष -स्त्री को(अनजान ) प्रिय महाशया " भवदीय
- पुरुष - स्त्री को (पहचान ) कुमारी कमलाजी " भवदीय
- स्त्री - पुरुष को (पहचान ) भाई कमलजी " भवदीया
- पति - पत्नी को प्रिये , प्राणाधिके शुभाशीर्वाद तुम्हारा सत्यैष ी
- पत्नी - पति को मेरे सर्वस्व ,प्राणाधान सादर प्रणाम आपकी स्नेहकांक्षिणी
- छात्र - प्रधानाध्यापक को मान्य महोदय प्रणाम आपका आज्ञाकारी क्षात्र
आप इस list का photo भी देख सकते है , या इसे save भी कर सकते है।
5. लिफाफा /postcard में आप किसी को पत्र भेज रहे है , तो पाने पानेवाले का पता (address ) लिखा जाता है।
जैसे - ग्राम -मायापुर
पोस्ट - राजगढ़
जिला - बोकारो
यह optional है। यानि जब आप real में किसी को पत्र भेज रहे है , तब यह दिया जाता है , ताकि लिफाफा गलती से फट भी गया तो पत्र में दिए address से पहुँचाया जा सके।
लेकिन school /college में इसका प्रयोग नहीं होता है। तो यदि आप school /college में है , तो आप इसका इस्तेमाल ना करे।
तो दोस्तों यह थे , पत्र लिखने के नियम। अब हम आपको एक उदाहरण example बताना चाहते है , जिससे की आपको समझने में अधिक मदद मिल सके।
उदाहरण Example - हिंदी में पत्र (माताजी को पत्र) .
Q. माताजी को पत्र।
उत्तर -
धनबाद ,बैंक मोर।
24 मार्च , 2018
पूजनीया माताजी ,
सादर प्रणाम !
आपका पत्र मिला। पढ़कर प्रसन्नता हुई। यह जानकारी बड़ी खुशी हुई कि मीना की शादी तय हो गयी है और अगले साल मार्च में उसका विवाह होने वाला है। आशा है , तब तक मेरी परीक्षा समाप्त हो जाएगी।
इन दिनों मेरी स्कूली परीक्षा चल रही है। हर दिन परीक्षा की तैयारी कर परीक्षा में बैठता हूँ। ईश्वर की कृपा और आप लोगों के आशीर्वाद से सारे प्रश्नपत्र संतोषप्रद हैं। आशा करता हूँ कि शेष प्रश्नप्रद भी संतोषप्रद रहेंगे। आप चिंता ना करें। मेरा स्वास्थय ठीक है।
पिताजी चंडीगढ़ से कब लौटेंगे ? लौटने पर आप उन्हें मेरा प्रणाम कहें। शेष , कुशल है। अपना समाचार दें। मीना को मेरा आशीर्वाद।
आपका स्नेहाकांक्षी ,
सुमित
पता :
आप इस letter का photo भी प्राप्त कर सकते हैं।
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तो दोस्तों यह थी जानकारी कि हम हिंदी में Letter पत्र कैसे लिखते है। और इसके क्या नियम होते है। मैं उम्मीद करता हूँ कि आपको यह जानकारी जरूर मदद करेगी।
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- English Me Application Kaise Likhe
धन्यवाद।
love letter kaise likhe udaharan batae
ReplyDeleteAwesome and Helpful.
ReplyDeleteyou are absolutely amazing and the most important thing fir being amazing is that your way of visualization of topic is fantastic . well done author.keep it up . get all the details regarding bonafied certificate
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