Aatma Kaisa Dikhta Hai

Aatma Kaisa Dikhta Hai


नमस्कार दोस्तों आपका AnekRoop में स्वागत है। आज हम जानेंगे आत्मा के रूप के बारे में कि आत्मा कैसा दीखता है ? आत्मा का रंग क्या है ? आत्मा को हम कैसे देख सकते हैं ? आत्मा का क्या आकार है ? और भी कुछ नई जानकारी आत्मा के बारे में।
इस पोस्ट से पहले हमने शरीर में आत्मा कहां है ? इसके बारे में जाना था और आज हम जानेंगे आत्मा के रूप के बारे में। तो पढ़ते रहिये और जानते रहिये अपने आत्मा के बारे में।

aatma kaisa dikhta hai
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आत्मा कैसा दीखता है ?

हम आपको कोई अंधश्रद्धा के बारे में नहीं बताएँगे बल्कि प्रूफ के साथ बताएँगे और कुछ उदाहरण भी देंगे जिससे की आपको आसानी से समझ में आ सके।

आज तक किसी ने आत्मा को अपने आँखों से नहीं देखा है इसका मतलब ये नहीं होता कि आत्मा होती ही नहीं है आत्मा होती है और उनको देखा भी जा सकता है।
जैसे वायुमंडल में छोटे-छोटे कीड़े होते हैं जिन्हे हम अपने आँखों से नहीं देख पाते उसे देखने के लिए हमें microscope की जरूरत होती है वैसे ही आत्मा को हम अपने आँखों से नहीं देख सकते , वह इतनी छोटी है कि उसे microscope भी नहीं देख सकता उसे देखने के लिए हमें तीसरे आँख की जरूरत होती है।

अब आप कहेंगे कि ये हम तीसरा आँख कहाँ से लाएंगे ये practical नहीं है क्योंकि सिर्फ देवी-देवताओं को तीसरा आँख दिखाया जाता है ना की मनुष्यों को। लेकिन मैं बताना चाहता हूँ कि तीसरा आँख आपके पास भी है तब आप क्या कहेंगे ? तीसरा आँख कोई सच का आँख नहीं होता बल्कि ज्ञान का आँख होता है जिसे हर व्यक्ति अपने ज्ञान के अनुसार उसे अनुभव कर सकता है।

तो वो ज्ञान मैं आपको बता रहा हूँ जिससे कि आप अपने तीसरे आँख से आत्मा को देख पाएंगे।

आत्मा का रूप क्या है ?

मैंने अपने पिछले post में आपको बताया था कि आत्मा निराकार है इसका मतलब हम आत्मा को देख नहीं सकते। लेकिन आत्मा निराकार तो है लेकिन वो इतना शुक्ष्म है कि उसे निराकार ही समझा जाता है। जहां तक आत्मा के रूप की बात आती है तो वो अति शुक्ष्म ज्योतिबिंदु है। वह atom से भी लाखों गुना छोटी है इसीलिए कोई उसे देख नहीं सकता।

और एक वजह है कि वो ज्योति बिंदु है यानि वो ज्योति (light ) है। वह एक शुक्ष्म light है जो हर जगह जा सकती है दिवार के भी पार जा सकती है, उस light को कोई भी रोक नहीं सकता है।
तो आप समझ गए होंगे कि आत्मा को लोग निराकार क्यों कहते हैं और उसका रूप क्या है।

आत्मा का क्या रंग है ?

जहां तक आत्मा के रंग की बात आती है तो वो सफ़ेद है। ऐसा इसलिए क्योंकि आत्मा पवित्र और शांति प्रिय है।
जिस तरह पवित्रता को और light को सफ़ेद रंग से दिखाते है उसी तरफ आत्मा एक सफ़ेद point light की तरह है। किसी भी वस्तु की पहचान के लिए रंग और रूप की जरूरत होती है तो मुझे अब लगता है कि आत्मा के रंग और रूप के बारे में आपको पता चल गया होगा।

रंग - सफ़ेद ,
रूप -ज्योतिबिंदु।

आत्मा = सफ़ेद ज्योतिबिंदु।


आत्मा को हम कैसे देख सकते हैं ?


यदि आप आत्मा को देखना चाहते हैं तो आपको अपना तीसरा नेत्र खोलना होगा यानि आपको अपने अंदर ज्ञान की प्रकाष्ठा लानी होगी। जैसा कि आपको पता चल गया कि आत्मा सफ़ेद ज्योतिबिंदु है , तो अब आप सभी को सफ़ेद ज्योतिबिंदु समझेंगे तो धीरे-धीरे practice बढ़ने से सभी लोग आपको आत्मा ही दिखाई देगा जिससे की आप उसके संकल्पों को पढ़ पाएंगे।

और जहां तक बात आती है कि अपने शरीर के आँखों से देखने की तो वो नहीं हो सकता कोई भी इंसान अपने आँखों से आत्मा को नहीं देख सकता। यदि कोई व्यक्ति अपनी आँखों से आत्मा को देखने की बात करता हो तो वह झूठ बोल रहा है।

Proof :- जब कोई औरत गर्भ धारण करती है तो 3 से 4 महीने उसे गर्भ तैयार करने में लग जाते हैं और 3-4 महीने के बाद आत्मा की गर्भ में प्रवेशता होती है। जब आत्मा गर्भ में प्रवेश करती है तब माँ को अनुभव होना शुरू हो जाता है कि गर्भ में कोई आ गया है। इससे साबित होता है कि आत्मा शरीर के अलग कोई चीज है।

Proof 2 :- सभी धर्म वाले भगवान को निराकार मानते हैं। तो आप बोलिये कि सांप का बच्चा  कैसा होगा ? हांथी का बच्चा कैसा होगा ? मनुष्य का बच्चा कैसा है ? उसी तरह आत्मा का बच्चा कैसा होगा ?
आप कहेंगे सांप का , हांथी का बच्चा सांप और हांथी जैसा ही होगा उसी तरह मनुष्य और आत्मा का बच्चा भी मनुष्य और आत्मा के जैसा ही होगा।

भगवान निराकार है तो भगवान का बच्चा भी निराकार ही हुवा। ये बात भी धर्मों के अनुसार साबित हो जाती है।
हिन्दू धर्म के लोग देवी-देवताओं को मानते हैं लेकिन वह उतने पुराने हैं कि सब भूल गए हैं। वह पूजा तो करते हैं निराकार की लेकिन जानते नहीं है।

शिवलिंग का पूजा करते हैं :- दरहसल शिवलिंग का पूरा नाम - शिव ज्योतिर्लिंग है। यानि ज्योति का लिंग। light का लिंग। यहां पर भी आप देख सकते हैं कि हिन्दू भी निराकार को मानते हैं। लेकिन हिन्दू अलग हैं वो निराकार के साथ साकार को भी मानते हैं। यानि निराकार + साकार = शिव ज्योतिर्लिंग।

शंकर में जो तीसरा नेत्र है वो निराकार की यादगार में दिखाया जाता है जिसे सभी शिव नेत्र कहते हैं और शिवलिंग में भी बिंदी को निराकार की यादगार में दिखाया जाता है।  सोमनाथ के मंदिर में उसी निराकार की यादगार में कोहिनूर हिरा को लगाया गया था जिसे मुसलमान और फिर बाद में अंग्रेज अपने साथ ले गए।

यदि अन्य धर्मों को भी पता होता कि ये निराकार की भी पूजा करते हैं तो वो सायद मंदिरों को नहीं लुटते। तो यहां से ये साबित हो जाता है कि हरेक धर्म के लोग निराकार को मानते हैं और निराकार भगवान का बच्चा भी निराकार ही होता है। और इस तरह आत्मा भी निराकार ज्योति बिंदु स्वरुप है।

तो भाइयों ये थी जानकारी कि आत्मा कैसा दीखता है। मुझे उम्मीद है कि आपको ये जानकारी जरूर पसंद आयी होगी। यदि आपका कोई सवाल है या कोई सुझाव है तो हमें comment करके जरूर बताये।


और इस post को अपने दोस्तों तक जरूर share करें ताकि और लोगों तक ये जानकारी पहुँच सके।
अपना महत्वपूर्ण समय देकर इस post को पढ़ने के लिए आपका बोहोत-बोहोत धन्यवाद। 
Sharir Me Aatma Kaha Rahti Hai

Sharir Me Aatma Kaha Rahti Hai


नमस्कार दोस्तों आपका AnekRoop में स्वागत है। आज फिर से हम अध्यात्म के तरफ बढ़ते हैं। अध्यात्म मैंने इसलिए कहा क्योंकि इसमें भी एक राज़ है जिससे की हमें पता पड़ता है कि आत्मा इस शरीर में कहाँ रहती है।
शरीर में आत्मा को जानने के लिए हम अध्यात्म और विज्ञान दोनों के आधार पर आपको बताएँगे। हम आपको कुछ proof बताएँगे और कुछ fake news के बारे में भी बताएँगे। तो आप इस post को पढ़िए और कुछ नया आत्मा के बारे में जानिए।
sharir me aatma kaha rahti hai
sharir me aatma kaha rahti hai
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आध्यात्म का मतलब।

अधि = अंदर
आत्म = आत्मा के।

तो आध्यात्म का मतलब हो जाता है आत्मा के अंदर की जानकारी। हम आध्यात्म के बारे में आज नहीं बात करेंगे लेकिन इसे एक ढाल के रूप में प्रयोग जरूर करेंगे। क्योंकि यदि हम आध्यात्म का सहारा नहीं लेते हैं तो फिर आत्मा शरीर में कहा है इसको जानना मुश्किल हो जाता है।

शरीर में आत्मा कहाँ रहती है ? अध्यात्म के नजरिये से।

यदि आप किसी भी धर्म को मानाने वाले हो या धर्म को ना भी मानने वाले हो तो भी आध्यात्म बताता है कि हरेक मनुष्य के अंदर आत्मा होती है जो की शरीर को control करने वाली होती है उसे order देने वाली होती है।

आत्मा को सभी धर्म वाले मानते हैं चाहे वो हिन्दू हो ,मुस्लिम हो ,सिक्ख हो ,या क्रिस्चियन हो। भले ही वो अलग-अलग नाम से उसे बुलाते है :-
जैसे :- हिन्दू =आत्मा , मुस्लिम = रूह , क्रिस्चियन = soul

अब इससे तो साफ़ हो जाता है कि हरेक धर्म वाले आत्मा को मानते हैं लेकिन प्रश्न यह उठता है कि आत्मा शरीर में कहाँ रहती है ? और कैसे वो शरीर को control करती है , और कैसे order देती है ?

तो इसका जवाब है कि शरीर में आत्मा दोनों भोरों के बिच में होती है। आँख के ऊपर जो दोनों भोरें हैं उनके बिच में आत्मा रहती है। जहां पर मताये बिंदी लगाती है और पुरुष तिलक लगाते हैं।

दरहसल ये बिंदी और तिलक पुराने लोग आत्मा के निसानी के लिए ही लगाते थे , जिससे की सभी एक दूसरे को आत्मा की दृष्टि से देखे और सभी में समानता की भावना पैदा हो। लेकिन समय के बीतते ये ज्ञान लुप्त हो गया और लोग सिर्फ style के लिए बिंदी और तिलक लगाने लगे।

Fake News :- कई लोगों की ऐसी भी मान्यता है कि आत्मा दिल में रहती है। परन्तु यह मान्यता झूठी साबित हो चुकी है। जब से विज्ञान ने प्रगति ली है आज हजारों दिल के मरीज अपना ह्रदय परिवर्तन (heart transplant) करते हैं और उनकी मौत नहीं होती है। इससे यह साबित हो जाता है कि आत्मा दिल में नहीं रहती है।
उदाहरण :- Hvovi Minocher Homji, Jeff Carpenter.

अब बात करते हैं कि धर्मों के लोग क्या मानते हैं ? वे भी आजतक अंधविश्वास में जी रहे थे कि आत्मा दिल में होती है चाहे वो हिन्दू हो ,मुस्लिम हो या और कोई धर्म के हो। ये अज्ञानता सभी में भरी है की आत्मा दिल में होती है ऐसा इसलिए भी क्योंकि उन्होंने अपना धर्म शास्त्र को समझना छोड़ दिया है। अपने धर्म शास्त्र को तो सभी पढ़ते है लेकिन उसमे लिखी गहराइयों को नहीं समझ पाते।

ऐसा मैं इसलिए बोल रहा हूँ क्योंकि भगवतगीता में ही लिखा हुवा है कि आत्मा दिल में नहीं बल्कि दोनों भोरों के बिच में होती है लेकिन  आज के पंडित लोग सिर्फ तोते की तरह शास्त्रों को रटना जानते हैं उसके क्या अर्थ हैं इससे उनका कोई वास्ता नहीं होता है इसीलिए ये ज्ञान लुप्त हो गया है।

भगवतगीता 8/10 श्लोक :-
 प्रयाणकाले मनसाचलेन भक्त्या युक्तो योगबलेन चैव।
भ्रुवोर्मध्ये प्रणमावेश्य सम्यक स तम परं पुरुषमुपेति दिव्यम।।

इसका मतलब होता है कि जब भी कोई पुरुष (व्यक्ति) मरने की अंतिम स्थिति में हो तो वो  भक्ति भाव से और योग बल से अपने दोनों भोरों के बिच में आत्मा को स्थापित हुवा देखकर प्राण त्यागता है तो वो पुरुष परमात्मा को प्राप्त करता है।

इससे तो ये बात साबित हो जाती है कि भगवान ने भी आत्मा के रहने का स्थान दोनों भोरों के बिच में ही बताया है। भले ही आज के पंडित -विद्वान इस बात को ना जानते हो।


शरीर में आत्मा कहाँ रहती है ? विज्ञान के नजरिये से।

विज्ञान मानता है कि आत्मा जैसी चीज नहीं होती है। उनका मानना है कि शरीर ऊर्जा (energy ) से चलती है ना की आत्मा से। वह बुद्धि (brain ) को शरीर चलाने वाला मानती है। उनके अनुसार प्रकृति ने उन्हें बनाया है और जितने भी जीव-जंतु हैं वे प्रकृति की देन है। Bacteria से life की सुरुवात हुई और आज लाखों जिव-जंतु तक पहुँच चुकी है।

क्या आपको उनकी बात झूठ लगती है ? मुझे झूठ नहीं लगती। ऐसा मैं इसलिए बोल रहा हूँ क्योंकि वो भी उन्ही शास्त्रों की बात कह रहे हैं तो हम सभी भूल गए हैं।
हम सभी को tv में आत्मा को शरीर के तरह ही दिखाया गया है इसीलिए हमारी सोच (mentality) उसी तरह ही बन गयी है। लेकिन यदि आपने अपने धर्म शास्त्रों को अच्छे से पढ़ा होगा तो वहाँ पर आत्मा को एक चैतन्य शक्ति के रूप में दिखाया गया है। यानि आत्मा एक जीवित ऊर्जा (living energy ) है ना की कोई शरीर है। इसीलिए आत्मा को निराकार कहा जाता है। यानि वो इन आँखों से नहीं दिखाई देता।

आत्मा की ही energy की वजह से शरीर में खून का बहाव होता है और जब आत्मा शरीर से निकल जाती है तो वो खून का बहना रूक जाता है और जीवन मृत्यु में बदल जाती है।
जब आप शरीर से या बुद्धि से कोई hard काम करते हैं तब आपकी energy कम हो जाती है। आपको कमजोरी जैसा महसूस होता है। तब आप आराम करते है और भोजन खाते हैं तो आपकी energy वापस आ जाती है।

तो यहां पर ध्यान देने वाली बात है कि आत्मा की energy मन और बुद्धि को चलाती है जैसा की विज्ञान कहते हैं कि बुद्धि शरीर को control करती है दरहसल वो आत्मा की energy होती है जो शरीर को control करती है और उसे order देती है। वहीँ खाने से जो energy मिलती है वो शरीर को चलाती है।

आत्मा की  energy की कोई सिमा नहीं होती है। आत्मा की energy कम होने से लोग पागल भी हो सकते हैं और ज्यादा होने से महात्मा बुद्ध भी बन सकते हैं।

तो यहां भी विज्ञान से अनुसार ये बात साबित हो जाती है कि आत्मा होती है। भले ही उनको इसके बारे में पता ना हो। और वो दोनों भोरों के मध्य में होता है ये आध्यात्म के द्वारा पता चल जाता है।

Fake News :-  कई लोग हमेशा कहते रहते हैं कि scientist ने एक मरते हुवे युवक को सीसे के box में बंद कर दिया था और पुरे तरह से cover कर दिया था। और जब वो मरता है तब सीसे में एक छोटी सी छेद हो जाती है।
लेकिन ये experiment लोगों के द्वारा फैलाया गया हवा है (झूठ है ) .

दरहसल आत्मा निराकार है और वो कहीं भी पहुंचवाला है। यदि बिच में दीवाल भी हो तो भी वो पहुंचा जा सकता है।

Experiment 1 :-  अपने आत्मा की energy को बढ़ाने के लिए आप अपने दोनों भोरों के बिच में आत्मा को star की तरह चमकता हुवा देखने की practice करें। कुछ ही दिनों में आपको result दिखना शुरू हो जायेगा।

Experiment 2 :- आत्मा दोनों भोरों के बिच में है ये पता करने के लिए - देखें कि जब किसी व्यक्ति के शरीर में  बल्दूख की गोली चलायी जाती है तो वह व्यक्ति के जीवित रहने के chances होते हैं वहीँ यदि उसे दोनों भोरों के बिच में चलाई जाये तो वो वहीँ मृत्यु को प्राप्त हो जाता है। तो इससे ये बात साबित हो जाता है कि आत्मा दोनों भोरों के बिच में रहती है ना की शरीर में।

तो दोस्तों इस post से हमें ये पता चल जाता है कि शरीर में आत्मा कहाँ रहती है और कैसे वो शरीर को चलाती है। मैं उम्मीद करता हूँ कि आपको ये जानकारी मदद करेगी और फायदा पहुंचाएगी।


आप इसे अन्य लोगों तक जरूर पहुंचाए। आप इसे अपने watsapp ग्रुप में , facebook में share करके और लोगों तक भी यह जानकारी पहुंचा सकते है।
अपना महत्वपूर्ण समय देकर इस post को पढ़ने के लिए आपका बोहोत-बोहोत धन्यवाद।
Joint Account Me Kisi Ek Wyakti Ki Mrityu Hone Par Application

Joint Account Me Kisi Ek Wyakti Ki Mrityu Hone Par Application


नमस्कार दोस्तों आपका AnekRoop में स्वागत है। आज हम बात करेंगे joint बैंक अकाउंट में यदि किसी एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो क्या करना होता है ? और उसके लिए हम application कैसे लिखेंगे।
यह post छोटा जरूर है लेकिन काम की है , आप इसे जरूर अंत तक पढ़े।

joint account me mrityu hone par application
joint account me mrityu hone par application


Joint बैंक account में किसी एक व्यक्ति की मृत्यु होने पर क्या करे ?

मान लीजिये कि primary व्यक्ति ( पुरुष ) की मृत्यु हो जाती है तो ऐसे case में हमें account को चालू रखने के लिए 3 चीजों की जरूरत होती है।

  1. एक Application 
  2. Transmission Form 
  3. Death Certificate 


इन तीनो के देने के बाद अकाउंट transfer हो जाता है।

Transmission Form आपको बैंक से मिल जाएगी। यदि आप देखना चाहते हैं तो मैंने नीचे link दे दिया है आप वहाँ से इसे देख सकते हैं चाहें तो download भी कर सकते हैं।
Transmission Form For Joint Account

और जहां तक application की बात आती है तो मैंने application आपके लिए लिख दिया है आप इसे note कर ले चाहें तो आप इसे भी download कर सकते हैं।


Joint बैंक account में किसी एक व्यक्ति के मौत होने पर Application 

सेवा में ,
श्रीमान शाखा प्रबंधक ,
(बैंक का नाम , पता )
दिनांक -
 विषय - पति की मौत होने पर जॉइंट खाते को सामान्य खाते में परिवर्तन हेतु । 
  महाशय ,
                 सविनय निवेदन है कि मेरे पति और मेरा जॉइंट खाता आपके बैंक में है। मेरे पति (श्री गजेंद्र वर्मा) की मृत्यु ह्रदय रोग की वजह से एक महीने पहले हुवी। अब मैं इस जॉइंट खाते को सामान्य रूप से अपने नाम पर चलाना चाहती हूँ। इसीलिए आप इस खाते को सामान्य खाते में परिवर्तन कर दें।

नॉमिनी में - मैं अपने बेटे का नाम देना चाहती हूँ।
जिसका नाम -श्याम वर्मा।
उम्र - 25 वर्ष है।

अतः श्रीमान से निवेदन है कि कृपया आप इस जॉइंट खाते को सामान्य खाते में परिवर्तन कर दें और नॉमिनी में मेरे बेटे का नाम दें। इसके लिए मैं सदा आपकी आभारी रहूंगी। 
                     
सधन्यवाद।
 नाम           - (अपना नाम लिखे )
 A /C  no.    - (अकाउंट नंबर लिखे )
  मो               - (मोबाइल no  )
  (Sign करें )

आप इस application का photo भी प्राप्त कर सकते हैं।

.joint account me death hone par application






Note :- जब आप joint खाते को अपने नाम से परिवर्तन करेंगे तो आप नॉमिनी भी जरूर दें। इससे आपके बच्चे को बाद में परेशानी नहीं होगी। नॉमिनी के लिए हो सकता है कि आपसे कोई फॉर्म भी भरने के लिए कहा जाये।

यदि Joint अकाउंट में Secondary Person (पत्नी ) की मृत्यु होने पर क्या करें ?

यदि joint अकाउंट में पत्नी की मृत्यु हो जाती है तो भी process यही है।
उसके लिए भी आपसे वही 3 चीजें मांगी जाएगी। जो मैंने ऊपर में बता दिया है।

तो दोस्तों ये थी जानकारी कि यदि joint अकाउंट में किसी एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो हमें क्या करना है और उसके लिए एप्लीकेशन कैसे लिखना है। मैं उम्मीद करता हूँ कि आपको ये जानकारी जरूर मदद करेगी।
यदि आपका कोई सवाल या कोई सुझाव है तो हमें comment करके जरूर बताये।


और इस post को जरूरतमंद  लोगों तक जरूर share करें।
बोहोत -बोहोत धन्यवाद। 
OLX Se Kaise Ho Raha Hai Online Fraud

OLX Se Kaise Ho Raha Hai Online Fraud


नमस्कार दोस्तों आपका AnekRoop में स्वागत है। आज हम एक ऐसे popular site के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे cyber crime करने वालों ने अपनी कमाई का जरिया बना लिया है। इसका नाम है OLX .
ज्यादा तर लोग अपनी पुरानी चीजों को बेचने के लिए इस olx website का उपयोग करते हैं। लेकिन कुछ महीनो से cyber crime के कई किस्से सामने आ रहे हैं जिसमे से एक किस्सा मेरा भी है। मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ जिसे मैं आपसे share करना चाहता हूँ जिससे की आप इन fraud लोगों के चक्कर से बच सके।
olx fraud
olx fraud
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OLX में कैसे हो रहा है Cyber Fraud /Crime

मैं अपना उदाहरण देकर आपको सतर्क करना चाहता हूँ - ये घटना है 2 महीने पहले की। मैंने olx में एक Ad डाला old coin को बेचने के लिए। Ad डालने के 1 घंटे बाद call आता है , वह पूछता है :- आपने old coin का ad डाला हुवा है olx में ?
मैंने कहा - हां - मैं खुश हो गया वाह इतनी जल्दी reply आ गया।




Fraud :- आप कुछ दाम कम करेंगे ?
Me :- नहीं। fix rate है।
Fraud :- अच्छा ठीक है। मुझे इसे खरीदना है। मेरा एक व्यक्ति 2 घंटे में आपके पास आ जायेगा आप अपना address दे दीजिये।
Me :- मैंने अपना address दे दिया। उससे उसका address पूछा , वो address मेरे घर से 10 km की दुरी में था।
Fraud :- मैं आपको phonepe से आधे पैसे भेज देता हूँ। बाकि के आधे पैसे coin मिलने के बाद दे देंगे।
Me :- पहले आप coin देख लीजिये उसके बाद आप पैसे देना।
Fraud :- (बहाना करने लगा )- मुझे नौकरी में जाना है इसीलिए बाद में time नहीं मिलेगी।
Me :- ठीक है भेज दीजिये। ( वो पहले 1 रूपया भेजता है और फिर बोलता है मैं check कर रहा था पैसे जाते हैं कि नहीं।
Fraud :- उसके बाद वह व्यक्ति बोलता है अब मैं जैसे बोलूंगा वैसे आपको करना है। और पैसे लेने के लिए phonepe पर request करता है।
Me :- मैंने तो पढ़ लिया कि ये पैसे मांग रहा है। फिर मैंने उससे कहा कि यहां तो पैसे मांगने का option आ रहा है तो उसने कहा कि यही process है आप बस okay करते जाये।
मैंने भी करते गया क्योंकि उस account में मेरे पैसे बोहोत कम थे सिर्फ 500 रुपये। और वो request 3000 रुपये की थी।
Fraud :- आप okay क्यों नहीं कर रहे हैं।
Me :- कर तो रहे हैं। फिर मैं पूरी तरह समझ गया कि ये लूटने वाला व्यक्ति है। और फिर उसको ,,,,,,,, सुनाने लगा और फिर उसने अपना फ़ोन switch off कर लिया।

तो यहां मैं बच गया क्योंकि मेरे बैंक account में पैसे नहीं थे। यदि मेरे account में पैसे होते तो 3000 रुपये मेरे चले जाते। या कहे यदि मेरे account में पैसे होते तो मैं उसके request को accept  ही नहीं करता। लेकिन जो कम पढ़े हैं उनको यहां पर आसानी से बेवकूफ बनाया जा रहा है। ये Cyber अपराधी उनसे हज़ारों-लाखों लूट रहे हैं।

और एक वजह यह भी है मेरे request को accept करने की।  कि मैंने 2 साल पहले 2 वस्तुओं को बेच चूका था। इसीलिए एक trust मेरा बना हुवा था olx से लेकिन ऐसी fraud call के बाद वो ख़त्म होने लगा।
लेकिन ये यहीं तक नहीं रुका फिर 3 से 4 घंटे के बाद एक और call आया और उसने भी इसी तरह का बहाना बनाया। फिर 2 दिन के बाद इसी तरह का call आया और फिर अंत में मुझे अपना वो coin का Ad delete करना पड़ा।


OLX के Online Fraud से कैसे बचे।

यदि आप olx का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको भय करने की जरूरत नहीं है बल्कि थोड़ी सी होसियारी बरतने की जरूरत है। कभी भी लेन-देन online ना करें।
किसी व्यक्ति के बुलाने पर अकेले ना जाये और वस्तु की पूरी जाँच करने के बाद सामान खरीदें।
online fraud से बचने के लिए , call आने पर उसका नाम , full address जरूर पूछे। mobile wallet जैसे -Paytm , Phonepe ,GooglePay से payment ना ले और ना ही दें।

यदि आप Ad डाल रहे हैं और आपको परेशानी हो रही है , बार-बार fraud call आ रहे हैं तो आप अपना Ad delete कर सकते हैं या Fraud call को उसी के भाषा में जवाब दे सकते हैं। आप उसे police से भी पकड़वा सकते हैं। उसका call recording करके रखे और पुलिस में दे दें।

ऐसा बिलकुल नहीं है कि सिर्फ fraud के ही call आते हैं बल्कि सच्चे खरीदने वाले भी call करते हैं तो इन दोनों के अंतर तो आप समझे। जो सच्चे होंगे वो कभी online पैसे देने के बारे में नहीं पूछेंगे और जो झूठे fraud होंगे वो online पैसे देने के लिए कहेंगे और वो भी सामान खरीदने से पहले।


OLX Fraud ने आपके पैसे ले लिए हैं तो उसे वापस कैसे लाये। 

यदि olx में आपके साथ fraud हुवा है , आपके पैसे चले गए हैं तो एक तरीका है जिससे की आप अपना पैसा वापस ला सकते हैं। इसके लिए आपको अपने बैंक की मदद लेनी होगी।

बैंक में सबसे पहले एक application लिखकर के दें कि किसी ने मेरे साथ fraud किया है मेरे पैसे ले लिए हैं मुझे उसकी बैंक और उसका account नंबर पता करना है।
यदि बैंक कहता है कि इसके लिए FIR कीजिये तो आपको FIR करनी होगी और यदि बैंक वाले आपको उसका account नंबर बता देते हैं और पैसे return कर देते हैं फिर FIR करने की जरूरत नहीं है।

बैंक के कई cases में ऐसा भी होता है कि गलती से हम किसी और के बैंक account में पैसे भेज देते हैं - तो यदि हम उसके लिए बैंक में जाकर आवेदन करते हैं तो वो पैसे हमें वापस मिल जाते हैं। तो यही rule से वो पैसे बैंक वाले आपको वापस दे देंगे।

तो Fraud हो गया है तो सबसे पहले अपने बैंक की मदद ले , अपने पासबुक को update करके देखें कि पैसे लेने वाले का source क्या है , और नहीं तो पुलिस में FIR करें।

आप olx में हो रहे fraud के बारे में और कई लोगों से भी जान सकते हैं। आप youtube में olx fraud के बारे में देख सकते हैं। youtube में जब मैंने देखा तो अलग-अलग लोगों को अलग -अलग तरीकों से भी ठका जा रहा है। तो आप सचेत हो जाये।

उदाहरण :-
Youtube OLX Fraud
OLX Fraud video 2
OLX Fraud Quora -Kayi Logon Ne Apni Pareshani Batayi

Note :-  मेरा उद्देश्य olx को ख़राब कहना नहीं है बल्कि ऐसे लोगों के बारे में हैं जो olx को ख़राब करना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि olx का इस्तेमाल लोग करे क्योंकि लोगों के लिए यह बोहोत अच्छा माध्यम है। हो सकता है भविष्य में ये fraud की परेशानी दूर हो जाये। आज दिसंबर 2019 है और हो सकता है अगले 6 महीनो में ही ठीक हो जाये। इसीलिए मैं ये पोस्ट आज के लोगों के लिए लिख रहा हूँ जिससे की वे online हो रहे fraud से बच सके।




तो ये थी जानकारी olx में रहे fruad के बारे में। आपको ये जानकारी कैसी लगी हमें comment करके जरूर बताये। यदि आपको किसी और जगह online परेशानी हो रही है तो वो भी comment में बताये ताकि लोग सतर्क हो सके।


और इस post को अपने दोस्तों तक जरूर share करें। ताकि औरों को भी फायदा हो सके।
अपना महत्वपूर्ण समय देकर इस post को पढ़ने के लिए आपका बोहोत बोहोत धन्यवाद।

Aadhar Card Ka Durupayog Kaise Ho Raha Hai

Aadhar Card Ka Durupayog Kaise Ho Raha Hai


नमस्कार दोस्तों आपका AnekRoop में स्वागत है।  आज हम आपको सचेत करने के मकसद ये जानकारी देना चाहते हैं। यह जानकारी है आधार कार्ड के बारे में। कैसे आज के समय में आधार कार्ड से online धोखाधड़ी बढ़ रही है ? कैसे लोगों को बेवकूफ बनाया जा रहा है ? कैसे आपके आधार कार्ड से किसी और को mobile  sim दिया जा रहा है ? कैसे आपके आधार कार्ड के details को औरों को बेंचा जा रहा है ? और कैसे आपके आधार कार्ड से आपके ही पैसों को लुटा जा रहा है।

aadhar card ka durupayog
aadhar card ka durupayog
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आधार कार्ड से online धोखाधड़ी। 

आपको पता होगा कि आधार कार्ड में आपके वो सभी निजी जानकारियां होती है जिससे की कोई भी व्यक्ति आपके बारे में जान सकता है। जैसे - photo , पिता का नाम , address , mobile no इत्यादि।
लेकिन इसके अलावे आधार कार्ड में आपके उँगलियों के स्कैन और आँखों की रेटिना भी होती है। तो इतनी जानकारियां प्राप्त करने के बाद कोई भी व्यक्ति किसी के भी साथ contact कर सकता है और उसे बरबाद कर सकता है।


अब प्रश्न यह उठता है कि Online इसका दुरुपयोग कैसे होता है ?

आपको पता होना चाहिए कि आधार कार्ड से आपके सभी documents link किये जा चुके हैं :-
जैसे - बैंक account , PAN कार्ड , Gas Connection  इत्यादि , और हर जरूरी documents में अब आधार कार्ड माँगा जाता है।
तो जहां-जहां भी आपका आधार कार्ड लिंक है वहाँ का control वो व्यक्ति कर सकता है जिसके पास आपके आधार की जानकारी है।

जैसे :- दुरुपयोगीयो के पास ऐसा software होता है जिससे कि वो पता कर लेते हैं कि आधार कार्ड से कौन-कौन documents लिंक है। जैसे बैंक अकाउंट नंबर। लेकिन उसके आगे access नहीं कर पाते क्योंकि Govt . की website highly secured होती है। तो वो व्यक्ति आपको अलग-अलग तरीके से call करते हैं और आपसे OTP मांगते हैं। वो कभी बैंक मैनेजर बनकर call करेंगे या कभी Minister बनकर call करेंगे।

कहेंगे कि मैं बैंक का Manager बोल रहा हूँ। आपका नाम ....... है। आपकी उम्र,,,,,,,, है,आपके पिता का नाम ,,,,,,,,,है। अभी हम आपके बैंक account को मुख्य-main ब्रांच से लिंक करेंगे , तो आपके मोबाइल में एक OTP जायेगा उसको आपको बताना है। ये process online होती है।

आप भी सोचेंगे कि ये तो ठीक बोल रहा है इसको मेरे बारे में पूरी जानकारी है। तब आप उनको OPT बता देते हैं और फिर आपके सभी पैसे आपके बैंक account से कट जाते हैं और आप कंगाल हो जाते हैं।

ऐसा हज़ारों के तादाद में लोगों के साथ हुवा है यहां तक की राज्य सभा के MP  समसेर सिंह ढिल्लो के साथ भी।
Times Of India के इस report में आप इसे देख सकते हैं।



कैसे आपके आधार कार्ड से किसी और को मोबाइल SIM दिया जा रहा है ?

जब आप दूकान में जाते हैं SIM खरीदने , तो वहां आपसे अंगूठा लगाने को कहा जाता है। फिर आपको SIM दे दिया जाता है। लेकिन जो गलत काम करते हैं वो बोलेंगे कि आपका अंगूठा अच्छे से आया नहीं , जरा फिर से उंगली डालेंगे ? तो जब आप दोबारा उंगली डालते हैं तो फिर आपके नाम से दूसरा SIM लिया जा चूका होता है।

तो इस तरह आपके आधार कार्ड से 2 SIM Issue किये जाते हैं।  एक SIM आपको दिया जाता हैं और दूसरा ऐसे लोगों को दिया जाता है जो crime करते हैं।

तो SIM लेते समय हमेशा इस बात का ध्यान रखे कि 2 बार तो उंगली रखने को नहीं बोल रहा है और दुकानदार को कहे कि मेरे सामने आप SIM Issue कीजिये या फिर trusted दुकान से ही SIM खरीदें।


कैसे आपके आधार कार्ड के Details को औरों को बेंचा जा रहा है ?

हमारी personal जानकारी , जिससे लोगों को लुटा जा रहा है , ऐसी जानकारी उनतक कहाँ से पहुँचती है ? कौन बेचता है हमारी आधार कार्ड की जानकारियों को ?

ऐसी जगह जहां पर आप अपनी आधार की जानकारी देते हैं।
जैसे -आज के mobile wallet , Job के नाम पे आपसे form भराये जाते हैं और आपका आधार नंबर ले लिया जाता है। घरों में survey के नाम पर कुछ लोग आते हैं और आपसे आपका आधार नंबर ले लिया जाता है।

एक किस्सा ऐसा भी सामने आया है जिसमे महज 500 रुपयों में एक आदमी आधार कार्ड की सभी जानकारी को बेंच रहा था। और एक किस्सा ऐसा भी जहां 600 रुपयों में फर्जी आधार कार्ड बनाया जा रहा था।
आप Times Of India, TribuneIndia की ये post देखे :- Aadhar Card Scam , Selling Aadhar Details

आधार कार्ड से और क्या-क्या गलत काम हो सकते हैं ?

जैसे-जैसे सभी चीजें online होते जा रही है , risk उतना ही बढ़ते जा रहा है। कब कौन सी software बन जाये इसकी कोई limit नहीं है। कईओं तरीकों से आपके आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल हो सकता है।
सरकार भी चाहे तो वो आपके आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल कर सकती है। वो इसको अपने अनुसार इस्तेमाल कर सकता है।
वहीँ जब online की बात आती है तो आपके documents leak हो जाने से आपको बार-बार advertisements दिखाए जा सकते हैं।
कोई आपके आधार कार्ड में छेड़छानि करके आपको की झूठा साबित कर सकता है और उससे अपना documents तैयार कर सकता है।


आधार कार्ड के दुरुपयोग से कैसे बचे। 

जहां तक सुरक्षा की बात आती है :- तो आधार कार्ड को single person use करने का नियम बनाना होगा। जिससे की वही person सिर्फ अपने आधार के details को change कर पायेगा। यानि उसमे fingerprint enable करना होगा।
लेकिन यहां कोई भी internet user आपके मोबाइल OTP से आपके आधार में आसानी से change कर देता है।

आप क्या कर सकते हैं :- आप अपनी आधार कार्ड की जानकारी किसी को भी ना दें।
fake websites , forums , survey , job vacancy ऐसी जगहों में अपना आधार कार्ड ना दें।
यदि कोई आधार नंबर मांगे तो उनसे प्रश्न करे , बेईमान और ईंमानदार व्यक्ति को पहचानना सीखे।

fake call , आने पर मोबाइल का OTP ना दें।
जितना ज्यादा हो सके offline काम करने की कोसिस करें।

आधार कार्ड अब ये आपकी पहचान बन गई है। लोग अब कागज को ही सही मानते हैं इसीलिए अपनी पहचान को सुरक्षित रखे।
तो दोस्तों ये थी जानकारी आधार कार्ड के दुरुपयोग के बारे में। यह जानकारी मैंने आप सभी लोगों को सतर्क करने के लिए लिखी है। आपको ये जानकारी कैसे लगी , हमें comment करके जरूर बताये। यदि आपका कोई सवाल है, तो वो भी बताये।


और इस post को अपने दोस्तों तक जरूर शेयर करें।
अपना महत्वपूर्ण समय देकर इस post को पढ़ने के लिए आपका बोहोत-बोहोत धन्यवाद।

Bank Account Transaction Limit Badhane Ke Liye Application और जानकारी

Bank Account Transaction Limit Badhane Ke Liye Application और जानकारी


नमस्कार दोस्तों आपका AnekRoop में स्वागत है। आज हम बात करेंगे बैंक account के transaction limit को बढ़ाने के बारे में। UPI (PhonePe Paytm ) transaction limit बढ़ाने के लिए application कैसे लिखेंगे और ATM के Transaction Limit बढ़ाने के लिए application कैसे लिखेंगे इसके बारे में हम आज जानेंगे।
तो आज मैं दोनों application के बारे में बताने वाला हूँ और कुछ जानकारियां जो आपको जाननी चाहिए।

bank account transaction limit badhane ke liye application
bank account transaction limit badhane ke liye application
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Bank Account Transaction Limit क्या होता है?

Transaction का मतलब होता है - लेन देन।
वहीं transaction limit का मतलब हो जाता है - लेन देन की सिमा।
यदि आप transaction limit बढ़ाना चाहते हैं तो इसका मतलब है आप अपने लेन-देन को बढ़ाना चाहते हैं।

जैसे - आज के समय में ATM से आप 1 दिन में ज्यादा-से-ज्यादा 40000 रुपये निकाल सकते हैं , यदि आप इससे खुश नहीं है और इसे बढ़ाना चाहते हैं तो आप इसे 50000 कर सकते हैं। ( जिसके लिए आपसे extra charges लिए जाते हैं। ) तो यही है transaction limit बढ़ाना।

Transaction Limit आप अपने अनुसार बढ़ा सकते हैं और घटा भी सकते हैं।
अलग -अलग चीजों का अलग-अलग transaction limit होता है।
जैसे ATM Withdrawal 40000/day, NEFT/RTGS 100000/Day, Online Transaction 100000/Day, Minor Account NEFT/RTGS 5000/Day
तो ये कुछ limit set किये गए हैं बैंक के द्वारा जिसके अनुसार से आप एक दिन में , या एक महीने में इतने पैसों की लेन-देन कर सकते हैं।

यदि आप transaction limit की list देखना चाहते हैं तो वो भी आप देख सकते हैं। नीचे मैंने link दे दिया है , आप लिंक के ऊपर click करके देख सकते हैं।



Bank Account Transaction Limit बढ़ाने के लिए Application 

सेवा में ,                                                                                                         
                 श्रीमान शाखा प्रबंधक 
                 (स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया , धनबाद   )
                 विषय - एटीएम से लेन-देन की सिमा बढ़ाने हेतु। 
                 महाशय ,
                                सविनय निवेदन है कि मैं (अपना नाम लिखे ) आपके बैंक का एक खाताधारी हूँ। मैं एक कारोबारी हूँ और मुझे प्रतिदिन लेन-देन करना होता है  जिसके लिए कभी-कभी 1 दिन में 60 से 70 हज़ार रुपयों की भी जरूरत पड़ जाती है वहीँ एटीएम के द्वारा केवल 40 हज़ार रुपयों की निकाशी की सिमा तय की गई है।

मैं चाहता हूँ कि मेरी एटीएम के द्वारा निकाशी की सिमा 50 हज़ार रुपये/ प्रतिदिन की जाये। जिससे कि मैं अपने कारोबार को अच्छे से चला सकूं और मुझे किसी भी प्रकार के दिक्कतों का सामना ना करना पड़े।

अतः श्रीमान से निवेदन है कि मेरे एटीएम की निकाशी सिमा को 50 हज़ार/प्रतिदिन कर दें। इसके लिए हम सदा आपके आभारी रहेंगे।

   आपका विश्वासी। 
   नाम             - (अपना नाम लिखे )
अकाउंट  नंबर - 
    मो               - (मोबाइल no  )
 दिनांक           - (              )
     (Sign करें )

आप इस application का photo भी प्राप्त कर सकते हैं।

atm transaction limit badhane ke liye application.






UPI (PhonePe , Paytm) Transaction Limit बढ़ाने के लिए Application 

सेवा में ,                                                                                                         
                 श्रीमान शाखा प्रबंधक 
                 (स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया , धनबाद   )
                 विषय - UPI (फोनपे) से लेन-देन की सिमा बढ़ाने हेतु। 
                 महाशय ,
                                सविनय निवेदन है कि मैं (अपना नाम लिखे ) आपके बैंक का एक खाताधारी हूँ। मैं एक कारोबारी हूँ और मुझे प्रतिदिन लेन-देन करना होता है  जिसके लिए कभी-कभी 1 दिन में 20 से 25  लेन-देन करने की जरूरत भी पड़ जाती है वहीँ UPI के द्वारा केवल 10 लेन-देन की ही इज़ाजत मिलती है।

मैं चाहता हूँ कि मेरी UPI के द्वारा लेन-देन  की सिमा 25 कर दी जाये । जिससे की मैं अपने कारोबार को अच्छे से चला सकूं और मुझे किसी भी प्रकार के दिक्कतों का सामना ना करना पड़े।

अतः श्रीमान से निवेदन है कि मेरे UPI (फोनपे) से लेन-देन की सिमा को बढाकर प्रतिदिन 25 कर दी जाये। इसके लिए हम सदा आपके आभारी रहेंगे।

   आपका विश्वासी। 
   नाम             - (अपना नाम लिखे )
अकाउंट  नंबर - 
    मो               - (मोबाइल no  )
 दिनांक           - (              )
     (Sign करें )

आप इस application का photo भी प्राप्त कर सकते हैं।

phonepe paytm transaction limit badhane ke liye application.




Note :- यदि आप NEFT/RTGS , Credit Card  , में लेन-देन बढ़ाना चाहते हैं या किसी और के लिए transaction limit को बढ़ाना चाहते हैं तो वो एप्लीकेशन भी आप इसी तरह लिखे। मैंने यहां एटीएम और UPI  का example दे करके लिखा है , आप एटीएम/ UPI की जगह पर अपना विषय लिखे। बाकि के format को उसी तरह रहने दे।

 Transaction Limit बढ़ाने के फायदे और नुकसान। 

Transaction limit बढ़ाने से ज्यादातर फायदा ही है। आम लोगों को भी इससे फायदा होता है और कारोबारियों को भी इससे फायदा होता है।
आज कल जो मोबाइल वॉलेट Apps निकल रहे हैं जैसे phonepe ,paytm उसमे दिन भर में 5 -7 transaction करने पर reward जैसे offer आते रहते हैं।  तो यदि आपके transaction limit ज्यादा होंगे तो आपको अधिक reward मिलने के ज्यादा chances होंगे।

वहीँ कारोबारियों को प्रत्येक दिन कई लोगों को payment करना होता है , ऐसे में यदि transaction limit ज्यादा होगा तो वो कई लोगों को payment दे पाएंगे।


इससे नुकसान यह है कि आपसे tax वसूला जायेगा।  यह tax या charges  हरेक बैंक अपने अनुसार लगाएगी। तो आप देख ले कि यदि charges ज्यादा हैं तो इसे ना बढ़ाये और charges कम हैं तो इसे बढ़ा ले।
अभी UPI Transaction के लिए कोई charges नहीं लिए जाते हैं। Charges यदि भविष्य में होंगे तो वो 1-5 रुपये तक हो सकते हैं।

तो दोस्तों यह थी जानकारी बैंक अकाउंट की transaction limit बढ़ाने की। मैं उम्मीद करता हूँ कि आपको यह जानकारी जरूर पसंद आयी होगी।


यदि आपका कोई सवाल या कोई सुझाव है तो हमें comment करके जरूर बताये। और इस post को अपने दोस्तों तक जरूर share करें ताकि औरों को भी इस application द्वारा मदद मिल सके।
अपना महत्वपूर्ण समय देकर इस post को पढ़ने के लिए आपका बोहोत-बोहोत धन्यवाद।